अमूल्य वचन#,"बोल सको तो मीठा बोलो कटु बोलना मत सीखो"
"बोल सको तो मीठा बोलो कटु बोलना मत सीखो" "बिछा सको तो फूल बिछाऔ शुल बिछाना मत सिखों"। "जला सको तो दीप जलाओ दिल को जलाना मत सिखौं"। लगा सको तो गले लगाओ ठुकराना मत सिखौ"। "इस दुनिया में नामुमकिन कुछ भी नहीं होता"। "जो आदमी दूसरों के भावों का आदर करना नहीं जानता उसे दूसरों से भी सदभावना की आशा नहीं रखनी चाहिए।
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